गाँधीवादी विचारक, कोकणी एवं मराठी के शीर्षस्थ लेखक और पत्रकार रवीन्द्र केलेकर का कल गोवा में देहावसान हो गया। कोंकणी भाषा के लिए दिए गए पहले ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित रवीन्द्र केलेकर का जन्म सन १९२५ में हुआ था। उनकी अभी तक कोंकणी, हिन्दी व मराठी में विविध विधाओं के अंतर्गत बत्तीस से अधिक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है।
केलेकर का लेखन संघर्षशील चेतना की अदभुत अभिव्यक्ति है। उन्होंने व्यक्तिगत जीवन की कथा-व्यथा न लिखकर जन-जीवन के विविध, पक्षों, मान्यताओं और व्यक्तिगत विचारों को देश और समाज के परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुत किया है। अनुभवी विमर्श से अपने चिन्तन की मौलिकता के साथ ही विविध प्रसंगों के माध्यम से मानवीय सत्य तक पहुँचने की सहज चेष्टा है। उन्हें ज्ञानपीठ पुरस्कार के अलावा पद्मभूषण, भाषा भारती सम्मान, साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार, गोवा कला अकादमी पुरस्कार, केंद्रीय हिन्दी निदेशालय पुरस्कार, गोमन्त शारदा पुरस्कार आदि प्राप्त हो चुके हैं।
Comments :
एक टिप्पणी भेजें